जलवायु परिवर्तन गाईड

तो बच्चों आपको अब तक बताई गई बातें समझ में आ गयी ना? अब हम कुछ नयी और बहुत जरुरी बातों को सीखने की कोशिश करते हैं. देखिये आप जब किसी विषय पर कोई किताब पढ़ते हैं या कोई पाठ सीखते हैं तो उस विषय में उस पाठ में कुछ ख़ास शब्द बार बार आते हैं.

बच्चों, अब तक आपने बहुत सारी जानकारियाँ हासिल कर ली हैं. जलवायु परिवर्तन क्या है, इसके कारण क्या हैं और इंसान की जिन्दगी के अलग अलग पहलुओं पर इसके असर क्या हैं ये भी आपने सीख लिया है. अब हम ये समझने की कोशिश करते हैं कि जलवायु परिवर्तन का सामना कैसे किया जाए.


ग्रीन हाउस प्रभाव असल में धरती के वायुमंडल में सूरज से आने वाली गर्मी के कैद हो जाने की वजह से पैदा होता है. ये गर्मी वायुमंडल में कैद तो हो जाती है, लेकिन वापस आसमान में नहीं जा पाती. जैसे जैसे ये गर्मी ज्यादा कैद होती जाती है वैसे वैसे हमारा वायुमंडल और ज्यादा गर्म होता जाता है.


जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी एक बड़ा मुदद बन गया है. हमें भी इसके बारे में जानकारी हासिल करनी चाहिए, तो आइये, हम सरल भाषा में जानने की कोशिश करते हैं कि जलवायु परिवर्तन क्या है ? इससे जुड़े हुए मुख्य मुद्दे क्या हैं?

जीवाश्म ईंधन (फॉसिल फ्यूल) ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत नहीं हैं। ये सीमित मात्रा में ही उपलब्ध है। मरे हुए जानवर और पेड़-पौधों के अवशेष लंबे समय में इस तरह के इंधन में बदल जाते हैं। यह प्रक्रिया पूरी होने में लाखों साल लगते हैं। इसका उपयोग बहुत संयम से करने की जरूरत है, नहीं तो ये पूरी तरह समाप्त हो

जल संग्रहण (वॉटर हार्वेस्टिंग) का मतलब है बारिश के पानी को विभिन्न तरीकों से संचित करना या बचाना। तालाब या झील के अलावा जमीन के नीचे बनाए गए टैंक के जरिए भी वर्षा जल का संचयन किया जा सकता है। इस पानी का उपयोग, बागवानी और सिंचाई के लिए तो आसानी से किया ही जा सकता है। भूजल का स्तर बनाए रखने मे

डिफोरेस्टेशन का मतलब है कि जंगलों या वन क्षेत्र को शहरी गतिविधियों के लिए काटा जाना। हिन्दी में डिफोरेस्टेशन को निर्वनीकरण भी कहा जाता है| खेती, खनन या इमारत आदि बनाने के लिए जंगलों को काटा जाना इसका उदाहरण है। कार्बन चक्र में पेड़ों की बहुत अहम भूमिका होती है। वे फोटोसिंथेसिस (प्रकाश संश्लेषण) प

भारत के दूसरे सबसे बड़े राज्य मध्य प्रदेश में कई राष्ट्रीय उद्यान हैं, जहां बड़ी संख्या में बाघ रहते हैं। इनमें कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, पेंच टाइगर रिजर्व, माधव नेशनल पार्क आदि शामिल हैं।